India vs England चल रहे टेस्ट सीरीज में डेब्यू करने वाले सरफ़राज़ खान की चर्चा हर तरफ हो रहा है। अपने डेब्यू में सरफ़राज़ ने शानदार पारी खेला उसी पारी को देख कर आनद महिंद्रा ने सरफ़राज़ के पिता जी को बहुत बारा गिफ्ट का ऎलान कर दिया है।
India vs England टेस्ट सीरीज में सरफ़राज़ खान ने सरफ़राज़ खान को मौका मिला इस मौके को सरफ़राज़ ने अच्छा से निभाया पहले ही डेब्यू में सरफ़राज़ ने मात्र 47 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया सरफ़राज़ ने 9 चौका और एक छक्का के मदद से टोटल 62 रन बनाये 66 गेंद पर हलाकि दुर्भाग्यपूर्ण तरीका से रन आउट हो गया। उनके खेलने के तरीका से सब उनका तारीफ कर रहा है आज सरफ़राज़ के बारे में सब जानना कहते है। पर हलाकि दुर्भाग्यपूर्ण तरीका से रन आउट हो गया। उनके खेलने के तरीका से सब उनका तारीफ कर रहा है आज सरफ़राज़ के बारे में सब जानना कहते है।
उसी करम में महिंद्रा के सीईओ आनंद महिंद्रा आप को पता ही होगा आये दिन अगर कोई कुछ देश के लिए अच्छा करता ही तो उनका तारीफ करने और उनको सहारने में कोई कसार नहीं छोरता है। अब आनद महिंद्रा ने सरफ़राज़ खान के एक विडिओ को शेयर किया है और लिखा है “हिम्मत नहीं छोड़ना बस” आगे लिकता है कड़ी मेहनत। साहस। धैर्य।
कड़ी मेहनत। साहस। धैर्य।एक पिता के लिए एक बच्चे में प्रेरणा देने के लिए इससे बेहतर गुण और क्या हो सकते हैं?
और फिर उनके पिता के लिए गिफ्ट में Thar देने के बात कही आनंद महिंद्रा जी लिकते है “एक प्रेरणादायक माता-पिता होने के नाते, यह मेरा सौभाग्य और सम्मान होगा अगर नौशाद खान Thar का उपहार स्वीकार करेंगे।“
आप को बता दे Thar एक Adventure 4×4 कार है जो की इंडिया में काफी पॉपुलर कार है हर नौजवान का सपना होता है की वो एक Thar ज़रूर ले
सरफ़राज़ खान के शानदार डेब्यू
India vs England 3rd Test series में सरफ़राज़ खान को मौका मिला इस मौके को सरफ़राज़ ने अच्छा से निभाया पहले ही डेब्यू में सरफ़राज़ ने शानदार अर्धशतक लगाया मात्र 47 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया सरफ़राज़ ने 9 चौका और एक छक्का के मदद से टोटल 62 रन बनाये 66 गेंद पर हलाकि दुर्भाग्यपूर्ण तरीका से रन आउट हो गया, मैच का टाइम खत्तम होने के बाद रविंद्र जडेजा ने कहा मेरे गलती के कारन सरफ़राज़ आउट हो गया।
बता दे सरफ़राज़ पिछले कई सालो से घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है सरफ़राज़ को काफी वक्त के बाद डेब्यू का मौका मिला सरफ़राज़ को कैप मिलते ही ऑडियंस में बैठे अपने पिता के पास गए और कैप अपने थमा दिया सरफ़राज़ के पिता नौसाद के आखो में आंसू थे उनके बाद सरफ़राज़ के पिता नौसाद ने कैप को चूमा। सरफ़राज़ 6 साल के उम्र से क्रिकेट खलेना सुरु कर दिया था सरफ़राज़ ने प्रेसकॉन्फ्रेंस में कहा में अपने पिता के जीतेजी इंडिया टीम में खेलना चाहता था उनका सपना पूरा करना मेरा लक्ष था।